Mouthwash increase risk of cancer: वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक चौंकाने वाला दावा किया है कि माउथवॉश का नियमित उपयोग कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है. इस अध्ययन के मुताबिक, मुंह की सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाले माउथवॉश से कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है, चाहे वह किसी बड़े ब्रांड का ही क्यों न हो. बेल्जियम के इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रोपिकल मेडिसिन के वैज्ञानिकों ने दो प्रकार के बैक्टीरिया की पहचान की है जो कैंसर के खतरे को कई गुना बढ़ा सकते हैं. तीन महीने तक माउथवॉश का उपयोग करने से इन बैक्टीरिया के बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है. खासकर, लिस्टेरिन कूल मिंट माउथवॉश का रोजाना उपयोग गले के कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है.
डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों ने फुसोबैक्टीरियम न्यूक्लियाटम और स्ट्रेप्टोकॉकस एंजिनोसस नामक बैक्टीरिया की खोज की है. ये बैक्टीरिया तब अधिक पनपते हैं जब व्यक्ति नियमित रूप से माउथवॉश का उपयोग करता है. बेल्जियम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर क्रिस केनयोन ने बताया कि माउथवॉश का उपयोग मुंह में विभिन्न प्रकार के संक्रमणों और कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है. उन्होंने सलाह दी कि अधिकांश लोगों को माउथवॉश का उपयोग करने से बचना चाहिए। यदि कोई इसका उपयोग कर रहा है, तो उसे बिना अल्कोहल वाले माउथवॉश का उपयोग करना चाहिए और धीरे-धीरे इसका उपयोग कम करना चाहिए.
इस स्टडी में 59 लोगों को तीन महीने तक रोजाना लिस्टेरिन माउथवॉश का उपयोग करने के लिए कहा गया, जबकि कुछ लोगों को प्लेसिबो माउथवॉश का उपयोग करने के लिए कहा गया. प्लेसिबो माउथवॉश असली माउथवॉश की तरह दिखता है, लेकिन उसमें सक्रिय तत्व नहीं होते. अध्ययन के विश्लेषण में पाया गया कि लिस्टेरिन सहित अन्य अल्कोहल-आधारित माउथवॉश का नियमित उपयोग करने पर ये बैक्टीरिया मुंह में पनप जाते हैं.
लिस्टेरिन बनाने वाली कंपनी ने इस रिसर्च का सम्मान करते हुए कहा कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि इस अध्ययन के दावों में कई कमियां हैं और इसके आधार पर कोई ठोस निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता.
इस लेख को पढ़ने के बाद, यह महत्वपूर्ण है कि आप माउथवॉश का उपयोग सावधानी से करें और अगर संभव हो तो अपने दंत चिकित्सक से सलाह लें. स्वस्थ मुंह के लिए संतुलित और सावधान रहना जरूरी है.